खनिज संसाधन 




1. लौह खनिज

खनिज लोहा औद्यौगिकरण तथा  आर्थिक जीवन की आधार शीला है। यह इस्पात उद्योगो के लिये मशीनों, उपकरणो एवं विभिन्न प्रकार का साज सामान प्रदान करता है। कृषि के लिये टैक्टर, औजार एवं उपकरणो की पूर्ति, विद्युत उत्पादन, खान खोदने तथा यातायात के लिये मशीने एवं उपकरण सभी लोह से ही प्राप्त होते हैं। विशाल इमारतों, रेल लाइनों, रेल के डिब्बे व इंजनों, बाँधो एवं पुलो आदि में लोहे का व्यापक प्रयोग होता है। संचार एवं अंतरिक्ष विज्ञान तथा आधुनिक युद्ध सामाग्री और दैनिक उपयोग की छोटी-बडी वस्तुएं सभी लोह के प्रयोग के बगैर अधूरी ही हैं। उसको पूर्ण उपयोगी सामाग्री लोहा ही बनाता है।

भारत लोह अयस्क के भण्डार व उत्पादन की दृष्टि से विश्व में महत्वपूर्ण स्थान रखता है। रूस के बाद सबसे अधिक लोहे के भण्डार भारत में ही पाये जाते है। उत्तम किस्म के लोहे के विशाल भण्डारो के लिये भारत विश्व भर मे प्रख्यात है। यह प्रायः धारवाड की जलज एवं आग्नेय चट्टानो से प्राप्त किया जाता है।

उत्पादक राज्य- गोआ, मध्यप्रदेश, उडीसा, बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु।


2. बाक्साइट

अलौह धातुओं में बाक्साइट एक महत्वपूर्ण खनिज पदार्थ है जो पीले, हरे, भूरे, सफेद और मटमैले रंगो से मिलती है। इस खनिज में शुद्ध धातु 50 से 60 प्रतिशत तक होती है। यह खनिज एल्यूमीनियम बनाने के काम आता है। एल्यूमीनियम हल्का चमकदार एवं जंग न लगने वाली धातु है। इसका प्रयोग आज कल कई कामो में किया जाता है जैसे- बर्तन, विद्युत तार, भवन-निर्माण, परिवहन तथा प्रक्षेप्पोस्त्रों रसायनों, तापरोधी पदार्थो एवं सीमेण्ट के यन्त्र, उपकरण तथा रंग-रोगन और जीवन-रक्षक नौकाएं आदि।

   बाक्साइट उत्पादन में भारत का विश्व में 12वाँ स्थान एवं भण्डार की दृष्टि से आठवाँ स्थान हैं। भारत में इसके भण्डार का अनुमान 248.91 करोड टन है, जिसमें आठ करोड टन उच्च कोटि का बाक्साइट है जो एक तिहाई मध्य प्रदेश मे सुरक्षित है।

उत्पादक राज्य- बिहार, मध्यप्रदेश, उडीसा, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु, गोआ, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, जम्मू-कश्मीर।


3. मैंगनीज

मैंगनीज भूरे रंग का धात्विक खनिज है जो उच्चे तापक्रम पर पिघलता है। विश्व का 95 प्रतिशत मैंगनीज लोहा बनाने के काम में आता है जबकि 5प्रतिशत मैंगनीज रंग-रोगन, साल्ट, चीनी व काँच के बर्तन, सूखी बैटरी, बैटरी सैल एवं किटनाशक दवाईयां बनाने के काम में लाया जाता है। यह एक बहुउपयोगी पदार्थ है जिससे विद्युत उपकरण, ब्लीचिंग पाउडर, और मैंगनीज सल्फेट खाद भी बनाया जाता है।

भारत मैंगनीज उत्पादन में पाँचवा स्थान रखता है। यहाँ उच्च काटि का मैंगनीज मिलता है, विश्व के कुल उत्पादन का 20 प्रतिशत भारत में निकाला जाता है। यहाँ पर 90 प्रतिशत मैंगनीज खनिज धारवाड युग की चट्टानो मे मिलता है। इस खनिज पदार्थ में 40 प्रतिशत से अधिक लोहांश होता है। इसकी मुख्य अयस्क साइलोमैलीन और ब्रोनाइट है। इनमें धातु का अंश क्रमशः 45 प्रतिशत से 62 प्रतिशत तक होता है।

उत्पादक राज्य- मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, गोआ, उडीसा, बिहार।


4. तांबा

तांबा एक अलौह धातु खनिज है जो धार्मिक पवित्रता का प्रतीक एवं औद्योगिक उत्पादन का आधार है। आधुनिक युग में तांबे का बहुउपयोग होने लगा है। इसे सुविधापूर्वक गलाकर अन्य धातुओ में आसानी से मिलाया जा सकता है और नवीन धातुओ का निर्माण किया जा सकता है जैसे तांबा एवं कांसा, तांबा और जस्ता मिलाकर पीतल एवं तांबा और सोना मिलाकर रोल्ड गोल्ड धातुएं बनाई जाती हैं। तांबा विद्युत की सुचालकता चुम्बकहीनता एवं उच्च शक्ति जैसे गुणो वाली धातु मानी जाती है। यह रेडियो, टेलिफोन, ट्रांजिस्टर, टेलिविजन एवं टेलिग्राम आदि उपकरणों, विद्युतीकृत मशीनों, वायुयान एवं मोटरो अस्त्र-शस्त्र निर्माण उद्योग तथा विद्युत उद्योग बडी मात्रा में प्रयोग किया जाता है। संक्षेप में लगभग 50 प्रतिशत तांबा विद्युत उद्योगो में 15 प्रतिशत भवन निर्माण में 14 प्रतिशत मशीनोें के निर्माण में 11 प्रतिशत परिवहन एवं संचार साधनों में 10 प्रतिशत अन्य उपयोगों में लाया जाता है।

उत्पादक राज्य- बिहार, राजस्थान, आंध्रप्रदेश, मध्यप्रदेश, सिक्किम अन्य राज्य।


5. अभ्रक

ताप अवरोधक, परदर्शी, चिकना, लचीला एवं विद्युत कुचालक तथा 500 डिग्री ब् ताप, अग्नि, तेजाब एवं पानी के प्रभाव से मुक्त यह पदार्थ अधात्विक खनिज है। इन्ही गुणों के कारण इस खनिज का प्रयोग इस्पात लगाने वाली भट्टियो में होता है। इसके अतिरिक्त यह बहुउपयोगी धातु है जो ओषधि निर्माण, बिजली के सामान, कम्प्यूटरो के निर्माण, मकानों की छत्तों, रंग-रोगन और आँखो के चश्में एवं सौन्दर्य प्रसाधनों में प्रयुक्त की जाती है।
अभ्रक के प्रकार- अभ्रक मुख्यतः दो प्रकार का होता है-

1 सफेद अभ्रक                                                          2 गुलाबी अभ्रक

  • सफेद अभ्रक- यह रूबी अभ्रक भी कहलाता है। यह सबसे उत्तम किस्म का अभ्रक माना जाता है। गुलाबी अभ्रक- यह बायोटाइट अभ्रक होता है।

  • भारत में अच्छी किस्म के अभ्रक का विश्व का लगभग 80 प्रतिशत मिलता है। निम्न प्रकार के अभ्रक से तैयार माईकोनाइट अभ्रक का भी 90 प्रतिशत भाग भारत में ही उपलब्ध है।

उत्पादक राज्य- बिहार, आंध्रप्रदेश, राजस्थान, तमिलनाडु, मध्यप्रदेश, उडीसा, हरियाणा, हिमांचल प्रदेश और पश्चिमी बंगाल।